आँखों ने देखा नही और मन ने जाना नहीं ऐसी हे वह बातें
ऐसी हे वह बातें जो हमने जाना नहीं आँखों ने देखा नही...
में गुनेगार था मगर तू समझदार था... (२)
अपनी करनी के लिए में जिम्मेदार था... (२)
येशु ने माफ़ कर दिया पर मैंने जाना नहीं... (२)
आँखों ने देखा नही...
अब जो हे येशु मसीह में एक नई सृष्टि हे....(२)
पुरानी बातें बीत गई हे एक नई दृष्टि हे...(२)
जिस राहो से लौटा हु में वह अब तो जाना नहीं... (२)
आँखों ने देखा नही...
येशु का राज्य आने को हे तुम कहा गुम हो... (२)
पुराना उतारकर के अब नया धारण करो... (२)
ईश्वर की संतान बन गए क्या तुमने जाना नहीं...(२)
आँखों ने देखा नही...
संभल के चल ना अब जरा होश आये हमे... (२)
येशु आनेवाला हे कोई ठग ना जाए हमे... (२)
दूर ही बचे तो जाग के तुम फिर सो जाना नहीं... (२)
रह जाओगे फिर तुम यहाँ स्वर्ग जाना नहीं...(२)