**जब कोई रास्ता न दिखे, तब क्या करें?**
**परिचय**
जीवन में कई बार ऐसे क्षण आते हैं जब हमें ऐसा लगता है कि हमारे सामने कोई रास्ता नहीं है। समस्याएं इतनी बड़ी और जटिल लगती हैं कि उनसे बाहर निकलने का कोई उपाय दिखाई नहीं देता। परंतु, बाइबल हमें सिखाती है कि ऐसी स्थिति में भी परमेश्वर हमारी मदद के लिए सदा मौजूद रहते हैं। हमें बस उन पर विश्वास बनाए रखना चाहिए और उनके वचन से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए। इस विषय में हम बाइबल के विभिन्न वचनों को देखेंगे, जो हमें ऐसे समय में क्या करना चाहिए, इस पर प्रेरणा प्रदान करते हैं।
**1. परमेश्वर पर विश्वास रखें – प्रेरित 13:46**
"प्रेरितों ने निर्भीक होकर कहा, '...हम परमेश्वर के जीवित वचन को सुनाते रहेंगे।'"
जब जीवन में संकट आता है और हमें कोई रास्ता नहीं दिखाई देता, तब सबसे पहले हमें परमेश्वर के वचनों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। बाइबल हमें सिखाती है कि परमेश्वर पर विश्वास करने से हम हर परिस्थिति से बाहर निकल सकते हैं। हमें उनकी योजनाओं पर भरोसा रखना चाहिए, चाहे हमें वे समझ में आएं या नहीं।
**2. प्रार्थना में धैर्य बनाए रखें – याकूब 5:16**
"धर्मी की प्रभावशाली प्रार्थना बहुत कुछ कर सकती है।"
जब हमें कोई रास्ता नहीं दिखता, तब प्रार्थना हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण साधन है। प्रार्थना न केवल हमें परमेश्वर के करीब लाती है, बल्कि हमें मानसिक शांति और धैर्य भी प्रदान करती है। बाइबल हमें बार-बार प्रार्थना करने और धैर्य रखने की सलाह देती है क्योंकि परमेश्वर सही समय पर हमारी मदद करते हैं।
**3. परमेश्वर के वादों को याद करें – यशायाह 41:10**
"मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ; विस्मित न हो, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ। मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा।"
परमेश्वर के वादे हमें याद दिलाते हैं कि वह कभी हमें अकेला नहीं छोड़ते। जब हमारे पास कोई मार्ग नहीं दिखता, तब हमें उनके वचनों को याद रखना चाहिए, जो हमें हर परिस्थिति से बाहर निकालने का विश्वास दिलाते हैं।
**4. धैर्य और स्थिरता बनाए रखें – इब्रानियों 10:36**
"क्योंकि तुम्हें धीरज की आवश्यकता है, ताकि परमेश्वर की इच्छा पूरी कर तुम प्रतिज्ञा की हुई आशीष पा सको।"
कई बार जब हम फंसे हुए महसूस करते हैं, तो हम जल्दी से समाधान चाहते हैं। लेकिन बाइबल हमें सिखाती है कि धैर्य और स्थिरता आवश्यक हैं। जब हम धीरज से प्रतीक्षा करते हैं और परमेश्वर की इच्छा के अनुसार चलते हैं, तो वह हमें सही समय पर सही दिशा दिखाते हैं।
**5. परमेश्वर के कार्यों पर ध्यान दें – भजन संहिता 77:14**
"तू वह परमेश्वर है जो आश्चर्यकर्म करता है; तूने अन्यजातियों के बीच अपनी शक्ति दिखाई है।"
जब हमारे पास कोई समाधान नहीं दिखता, तब हमें परमेश्वर के अतीत में किए गए कार्यों को याद करना चाहिए। उन्होंने हमारे लिए पहले भी चमत्कार किए हैं, और वे अब भी हमारे जीवन में कार्य कर रहे हैं। परमेश्वर की महानता पर ध्यान केंद्रित करने से हमारा विश्वास और मजबूत होता है।
**6. परमेश्वर की राह पर चलें – नीतिवचन 3:5-6**
"अपनी पूरी बुद्धि से नहीं, बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखो। और वह तुम्हारे मार्ग को सीधा करेगा।"
जब हमें कोई रास्ता नहीं दिखता, तब हमें अपनी बुद्धि के बजाय परमेश्वर की समझ और मार्गदर्शन पर भरोसा करना चाहिए। जब हम उनके मार्गदर्शन में चलते हैं, तो वह हमें सही दिशा दिखाते हैं और हमारी कठिनाइयों का हल प्रस्तुत करते हैं।
**निष्कर्ष**
जब जीवन में ऐसा लगे कि कोई रास्ता नहीं बचा है, तो हमें बाइबल से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए। परमेश्वर पर विश्वास, प्रार्थना, धैर्य और उनके वादों को याद करके हम किसी भी स्थिति से बाहर निकल सकते हैं। बाइबल हमें सिखाती है कि हम कभी अकेले नहीं हैं—परमेश्वर हमेशा हमारे साथ हैं और वह हमारे जीवन में चमत्कार करते हैं।