**1. शैतान का झूठ और धोखा**
शैतान की एक मुख्य कमजोरी यह है कि वह झूठा और धोखेबाज है। वह सत्य का विरोधी है और उसकी शक्तियों का आधार झूठ पर है। परंतु सत्य के सामने उसका झूठ टिक नहीं सकता।
**बाइबल वचन:**
"तुम अपने पिता शैतान से हो, और अपने पिता की इच्छाओं को पूरा करना चाहते हो। वह आदि से हत्यारा है, और सत्य में स्थिर नहीं रहा क्योंकि उसमें सत्य नहीं है। जब वह झूठ बोलता है, तो अपने स्वभाव से बोलता है, क्योंकि वह झूठा है और झूठ का पिता है।" (यूहन्ना 8:44)
**2. शैतान की शक्ति सीमित है**
शैतान की शक्तियाँ सीमित हैं। वह परमेश्वर के नियंत्रण में है और केवल वही कर सकता है जिसकी परमेश्वर अनुमति देता है।
**बाइबल वचन:**
"देख, शैतान ने तुम्हें परखने के लिए तुम में से कुछ को बंदीगृह में डालने का आयोजन किया है, और तुम दस दिन तक क्लेश में रहोगे।" (प्रकाशितवाक्य 2:10)
**3. शैतान का अंत निश्चित है**
शैतान की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि उसका अंत निश्चित है। वह जानता है कि उसे अंत में पराजय का सामना करना पड़ेगा और अनंत काल तक दंडित किया जाएगा।
**बाइबल वचन:**
"और शैतान, जो उन्हें धोखा देता था, आग और गंधक की झील में डाल दिया गया, जहाँ वह पशु और झूठा भविष्यद्वक्ता भी होंगे; और वे दिन-रात, युगानुयुग पीड़ा में रहेंगे।" (प्रकाशितवाक्य 20:10)
**4. विश्वासियों के सामने शैतान कमजोर है**
जब विश्वासियों के पास परमेश्वर का आत्मा होता है, तो शैतान उनसे डरता है और उनके सामने टिक नहीं पाता।
**बाइबल वचन:**
"इसलिए शैतान के सामने खड़े रहो, तो वह तुम से भाग जाएगा।" (याकूब 4:7)
**5. शैतान के प्रलोभन अस्थायी हैं**
शैतान के प्रलोभन और इच्छाएँ अस्थायी हैं। वह केवल उन लोगों को बहका सकता है जो प्रभु की सच्चाई से दूर हो जाते हैं।
**बाइबल वचन:**
"जगत और उसकी इच्छाएँ बीत जाती हैं, परन्तु जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सदा तक बना रहता है।" (1 यूहन्ना 2:17)
### **निष्कर्ष:**
शैतान की सभी कमजोरियाँ परमेश्वर की शक्ति, सत्य और न्याय के सामने स्पष्ट हो जाती हैं। जब हम परमेश्वर में विश्वास और सत्य के साथ खड़े होते हैं, तब शैतान की शक्तियाँ कमजोर पड़ जाती हैं और वह हमसे भाग जाता है।