**बीमारियों के बंधनों को कैसे तोड़ें**
बीमारियों के बंधनों को तोड़ने के लिए, हमें न केवल शारीरिक उपचार की आवश्यकता होती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी खुद को मजबूत करना पड़ता है। बाइबल हमें इन बंधनों से मुक्ति पाने के कई महत्वपूर्ण मार्ग दिखाती है।
**1. परमेश्वर पर विश्वास और भरोसा**
परमेश्वर पर अडिग विश्वास रखना हर बीमारी से मुक्ति का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। बाइबल कहती है:
"यहोवा तेरा पहरेदार है; यहोवा तेरी दाहिनी ओर तेरा छाया है।"
**भजन संहिता 121:5**
**2. प्रार्थना का महत्व**
प्रार्थना एक शक्तिशाली माध्यम है जिसके द्वारा हम अपनी चिंता, पीड़ा, और बीमारी परमेश्वर के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।
"जब तुम प्रार्थना में विश्वास से मांगोगे, तो तुम उसे प्राप्त करोगे।"
**मत्ती 21:22**
**3. मन और हृदय की शांति**
स्वास्थ्य के लिए मानसिक शांति और हृदय की शांति अनिवार्य है।
"और परमेश्वर की शांति, जो सब समझ से परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों की रक्षा करेगी।"
**फिलिप्पियों 4:7**
**4. परमेश्वर की वाणी को सुनना**
परमेश्वर की वाणी सुनना और उसके अनुसार जीवन जीना बीमारी से मुक्ति का मार्ग है।
"हे मेरे पुत्र, मेरी बातों पर ध्यान दे, और मेरी कही हुई बातों की ओर कान लगा।"
**नीतिवचन 4:20**
**5. परमेश्वर का वचन आत्मिक औषधि है**
बाइबल के वचन आत्मिक औषधि की तरह होते हैं जो हमारे जीवन में चंगा करने की शक्ति रखते हैं।
"क्योंकि वे पाने वालों के प्राण की जीवनी और उनके सारे शरीर के लिये आरोग्य हैं।"
**नीतिवचन 4:22**
**6. डाँटो और निकालो**
प्रभु ने हमें अधिकार दिए हैं उन्हीं अधिकारों का उपयोग करते हुए बीमारियों को डाँट फटकार कर निकालना चाहिए
“यीशु ने उसे डाँट कर कहा, “चुप रह; और उसमें से निकल जा।””
मरकुस 1:25
**7. बांधना और खोलना**
बीमारी की स्थिति में हमें बीमारी को बांधना चाहिए और अपने इस शरीर को उसके नाम से उस बीमारी से मुक्त करना चाहिए खोलना चाहिए
““मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम पृथ्वी पर बाँधोगे, वह स्वर्ग में बंधेगा और जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुलेगा।”
**मत्ती 18:18**
**8. परमेश्वर की महिमा करना**
हर परिस्थिति में परमेश्वर की महिमा करना हमें चंगाई के निकट लाता है।
"जो यहोवा की ओर देखे रहते हैं, उनके मुख पर आभा फैलती है, और उनका मुंह काला नहीं होता।"
**भजन संहिता 34:5**
**9. अच्छी संगति का महत्व**
सकारात्मक संगति और अच्छे लोगों के साथ समय बिताने से मानसिक शांति और शक्ति मिलती है।
"जो विद्वानों के संग चलता है, वह विद्वान बनता है।"
**नीतिवचन 13:20**
**10. परमेश्वर की इच्छा के प्रति समर्पण**
परमेश्वर की इच्छा के प्रति समर्पण हमें मानसिक शांति और आशा देता है, जिससे बीमारी के बंधन टूट जाते हैं।
"तेरा भला करना मेरी इच्छा है, क्योंकि तू मेरी प्रिय सृष्टि है।"
**यशायाह 41:10**
इन वचनों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, हम परमेश्वर की सहायता से बीमारियों के बंधनों को तोड़ सकते हैं और एक नए जीवन की शुरुआत कर सकते हैं। बाइबल के ये वचन हमें आत्मिक, मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायता करेंगे।