✅ 1. मैं परमेश्वर की योजनाओं में सफल होता हूँ।
यिर्मयाह 29:11 – "क्योंकि यहोवा की यह वाणी है, ‘मैं तुम्हारे लिये जो योजना बनाता हूँ, वह भलाई की है, न कि हानि की, ताकि मैं तुम्हें आशा भरा भविष्य दूँ।’"
✅ 2. मेरा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं जाता।
1 कुरिन्थियों 15:58 – "इसलिये हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ बने रहो, अडिग रहो, और प्रभु के कार्य में सदा बढ़ते रहो; क्योंकि तुम जानते हो कि प्रभु में तुम्हारा परिश्रम व्यर्थ नहीं है।"
✅ 3. मैं जहाँ भी जाऊँ, प्रभु मुझे सफलता देता है।
यहोशू 1:8 – "इस व्यवस्था की पुस्तक तेरे मुँह से न हटे, तू दिन रात उसका ध्यान करता रह, जिससे तू उसमें लिखी हर बात के अनुसार करने में चतुर हो जाए; तब तू अपने मार्ग में सफल होगा और बुद्धिमान बनेगा।"
✅ 4. प्रभु मेरी बुद्धि और सामर्थ्य को बढ़ाता है।
नीतिवचन 2:6-7 – "क्योंकि यहोवा ही बुद्धि देता है; ज्ञान और समझ उसी के मुख से आते हैं। वह सीधों के लिये बुद्धिमानी की रक्षा रखता है, और खरे चाल चलनेवालों के लिये ढाल है।"
✅ 5. मैं संकट में भी आगे बढ़ता हूँ क्योंकि परमेश्वर मेरे साथ है।
भजन संहिता 23:4 – "यद्यपि मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ, तौभी हानि से न डरूँगा, क्योंकि तू मेरे साथ है।"
✅ 6. परमेश्वर मुझे ऊँचा उठाता है और मेरे शत्रुओं को पराजित करता है।
व्यवस्थाविवरण 28:13 – "यहोवा तुझे आगे रखनेवाला बनाएगा, पीछे रखनेवाला नहीं; तू केवल ऊपर ही ऊपर रहेगा।"
✅ 7. मैं किसी भी कार्य में असफल नहीं होता क्योंकि मसीह मुझे सामर्थ्य देता है।
फिलिप्पियों 4:13 – "जो मुझे सामर्थ्य देता है, उस मसीह में मैं सब कुछ कर सकता हूँ।"
✅ 8. मेरा हर निर्णय प्रभु की अगुवाई में होता है।
नीतिवचन 3:5-6 – "तू अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रख, और अपनी समझ का सहारा न ले। उसे अपने सब कामों में स्मरण रख, और वह तेरे मार्ग को सीधा करेगा।"
✅ 9. प्रभु मेरी मेहनत को रंग लाता है।
भजन संहिता 128:2 – "तू अपने हाथों के परिश्रम का फल खाएगा; तू धन्य रहेगा और तेरा भला होगा।"
✅ 10. मैं हर दिन में उन्नति करता हूँ।
नीतिवचन 4:18 – "धर्मियों का मार्ग प्रभात की नाईं होता है, जो बढ़ता जाता है और पूर्ण दिन बन जाता है।"
✅ 11. मेरी बुद्धि, ज्ञान और समझ में बढ़ोत्तरी हो रही है।
दानिय्येल 1:17 – "इन चारों लड़कों को परमेश्वर ने ज्ञान और बुद्धि दी, और हर प्रकार के लेख और ज्ञान में कुशल बनाया।"
✅ 12. मेरा भविष्य उज्जवल है क्योंकि प्रभु मेरे साथ है।
नीतिवचन 23:18 – "क्योंकि निश्चय ही एक भविष्य है, और तेरी आशा निष्फल न होगी।"
✅ 13. जो कुछ मैं करता हूँ उसमें मुझे सफलता मिलती है।
भजन संहिता 1:3 – "वह उस वृक्ष के समान होगा, जो जल की धाराओं के पास लगाया गया हो… जो कुछ वह करता है वह सफल होता है।"
✅ 14. मैं सिर हूँ, पूँछ नहीं।
व्यवस्थाविवरण 28:13 – "यहोवा तुझे सिर बनाएगा और तू पूँछ न होगा; तू केवल ऊपर ही ऊपर रहेगा।"
✅ 15. मेरे शत्रु मुझ पर विजय नहीं पा सकते।
यशायाह 54:17 – "जो कोई हथियार तेरे विरुद्ध बनाया जाए वह सफल न होगा।"
✅ 16. परमेश्वर मेरे हाथों के कामों को आशीष देता है।
व्यवस्थाविवरण 28:12 – "यहोवा तेरे भण्डार और तेरे हाथों के सब कामों में आशीष देगा।"
✅ 17. मैं किसी बात की घबराहट नहीं करता क्योंकि प्रभु मेरे साथ है।
यशायाह 41:10 – "मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ; विस्मित न हो, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ।"
✅ 18. मैं हर कठिनाई को अवसर में बदलता हूँ।
रोमियों 8:28 – "और हम जानते हैं कि जो परमेश्वर से प्रेम रखते हैं… उनके लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती हैं।"
✅ 19. मेरे जीवन में परमेश्वर की अनुग्रह की वर्षा होती है।
भजन संहिता 84:11 – "क्योंकि यहोवा परमेश्वर सूर्य और ढाल है; यहोवा अनुग्रह और महिमा देता है।"
✅ 20. मैं परमेश्वर के अनुसार सफल जीवन जीता हूँ।
यहोशू 1:7 – "हियाव बाँध और बहुत ही दृढ़ हो… तब तू जहाँ कहीं जाए सफल होगा।"
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