प्रार्थना ही जीवन
📖 पुस्तक परिचय:
पुस्तक नाम: प्रार्थना ही जीवन
लेखक: डॉ. वी. इज़िकिया फ्राँसिस
प्रकाशन: International Best Seller — 1,00,000 से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं
यह पुस्तक प्रार्थना के महत्व, गहराई और उसके चमत्कारी परिणामों को बड़े ही सरल और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करती है।
🕊️ पहले दो अध्यायों का सारांश:
✨ अध्याय 1: प्रार्थना — आत्मा की साँस
लेखक बताते हैं कि जैसे शरीर को साँस की ज़रूरत है, वैसे ही आत्मा को प्रार्थना चाहिए।
प्रार्थना कोई धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि जीवन की शैली है।
जब हम प्रार्थना करते हैं, तो हम स्वर्ग से जुड़ते हैं और आत्मिक शक्ति प्राप्त करते हैं।
📖 Bible Verse:
"निरन्तर प्रार्थना में लगे रहो।" – 1 थिस्सलुनीकियों 5:17
🙏 प्रार्थना:
“हे प्रभु, मुझे एक ऐसा हृदय दे जो निरन्तर तुझसे जुड़ा रहे, जैसे आत्मा को साँस चाहिए, वैसे ही तुझसे जुड़ा रहना मेरी आवश्यकता बन जाए।”
✨ अध्याय 2: प्रार्थना का जीवन में प्रभाव
प्रार्थना से न केवल हमारे जीवन में बदलाव आता है, बल्कि हम दूसरों के लिए भी वरदान बनते हैं।
यह आत्मिक दृष्टि खोलती है, दिशा देती है, और परमेश्वर की इच्छा को प्रकट करती है।
📖 Bible Verse:
"तू मुझसे पुकार और मैं तुझे उत्तर दूँगा और बड़ी-बड़ी और गूढ़ बातें बताऊँगा जिन्हें तू नहीं जानता।" – यिर्मयाह 33:3
🙏 प्रार्थना:
“हे यीशु, मुझे ऐसा प्रार्थना जीवन दे जो दूसरों को आशीष दे। मेरी प्रार्थनाएँ तेरी योजनाओं के अनुसार हो और लोगों के जीवन में आशा और चमत्कार लाएँ।”