सोमवार // 9 सितंबर 2024
एक दूसरे को ठोकर न खिलाओ
आइन्दा को हम एक दूसरे पर इल्ज़ाम न लगाएँ बल्कि तुम यही ठान लो कि कोई अपने भाई के सामने वो चीज़ न रख्खे जो उसके ठोकर खाने या गिरने का ज़रिया हो।
रोमियों 14:13
जो कोई दूसरे के विरुद्ध बोलता है, वह उसका न्याय करता है। व्यवस्था हमें दूसरों से अपने समान प्रेम करने को कहती है। उनके विरुद्ध बोलना उनसे प्रेम करना नहीं है। और यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है, तो वह स्वयं को व्यवस्था से ऊपर रखता है, और उसे ऐसे मानता है मानो उसके शब्दों का कोई महत्व नहीं है, और वह उसका न्यायाधीश बन जाता है। प्रत्येक विश्वासी परमेश्वर का सेवक है और केवल परमेश्वर के प्रति उत्तरदायी है। वह प्रभु का है। प्रत्येक को ज्योति में चलना चाहिए। और प्रत्येक को स्वर्ग में न्यायाधीश के सामने खड़ा होना होगा। किसी अन्य व्याक्ति को विश्वासियों के जीवन को नियंत्रित करने या उनकी निंदा करने का कोई अधिकार नहीं है। हमें दूसरों की भलाई के लिए जीना सीखना चाहिए, न कि स्वयं को प्रसन्न करने के लिए।
परमेश्वर के राज्य में महत्वपूर्ण बात यह नहीं है कि आप अपनी मर्जी से खाएँ या पिएँ, अपनी मर्जी से पहनें या किसी भी मामले में व्यक्तिगत स्वतंत्रता रखें। यह इस तरह से कार्य करना है जो परमेश्वर के राज्य के मूल तत्वो - धार्मिकता, शांति और आनंद को बढ़ावा देता है। हम जो चाहें वो करें, एसा करने से स्वर्ग के राज्य की उन्नति नहीं होगी।
मसीह में आपका भाई,
प्रेरित अशोक मार्टिन