**"परमेश्वर का आगमन बहुत निकट है"**
**बाइबल प्रमाण:**
1. **अंत समय के चिन्ह**
बाइबल में कई स्थानों पर यह बताया गया है कि अंत समय में क्या-क्या घटनाएँ घटित होंगी। यीशु मसीह ने स्वयं अपने चेलों को यह संकेत दिए थे कि उनके दूसरे आगमन से पहले क्या-क्या होगा।
**बाइबल वचन:**
"युद्धों और युद्धों की अफ़वाहें सुनोगे। देखो, घबराना मत; क्योंकि इनका होना अवश्य है, परन्तु उस समय अंत न होगा। क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा; और जगह-जगह अकाल पड़ेंगे और भूकंप होंगे।" (मत्ती 24:6-7)
2. **परमेश्वर की वाणी से पहले आने वाले विपत्तियाँ**
बाइबल में स्पष्ट रूप से लिखा है कि अंत समय में प्राकृतिक आपदाएँ, युद्ध, और समाज में नैतिकता का पतन होगा। ये सब बातें इस बात की ओर संकेत करती हैं कि परमेश्वर का आगमन निकट है।
**बाइबल वचन:**
"और वहाँ पर आकाश में बड़ी चिन्हें, पृथ्वी पर राष्ट्रों के बीच संघर्ष, समुद्र की गर्जनाएँ और लहरें होंगी।" (लूका 21:25)
3. **इस्राएल का पुनःस्थापन**
बाइबल के अनुसार, इस्राएल का पुनःस्थापन और उसका राष्ट्र के रूप में उदय होना अंत समय के संकेतों में से एक है।
**बाइबल वचन:**
"मैं तुमको उन जातियों में से निकालकर ले आऊँगा, और तुम्हें तुम्हारे देश में लौटा दूँगा।" (यहेजकेल 36:24)
4. **मसीहियों पर बढ़ते उत्पीड़न**
बाइबल के अनुसार, यीशु के आगमन से पहले मसीहियों पर उत्पीड़न बढ़ेगा और उनके विश्वास को परीक्षा में डाला जाएगा।
**बाइबल वचन:**
"तब वे तुम्हें कष्ट देने के लिए पकड़वाएँगे, और तुम्हें मार डालेंगे; और मेरे नाम के कारण सब जातियाँ तुमसे बैर करेंगी।" (मत्ती 24:9)
5. **धर्मत्याग और नैतिक पतन**
बाइबल में लिखा है कि अंत समय में लोग परमेश्वर से दूर होंगे, और उनके जीवन में नैतिकता का पतन होगा।
**बाइबल वचन:**
"क्योंकि अंत के समय में लोग अपने आप से प्रेम करनेवाले, धन का लोभी, घमण्डी, घृणा करनेवाले, माता-पिता की आज्ञा न माननेवाले, कृतघ्न, अपवित्र, स्वभाव के कठोर, अविवेकशील, परमेश्वर से बैर करनेवाले, सुख-विलास के प्रेमी होंगे।" (2 तीमुथियुस 3:2-4)
#### **आज के समय की घटनाएँ:**
1. **युद्ध और हिंसा**
आज के समय में दुनिया भर में युद्ध, हिंसा और संघर्ष बढ़ते जा रहे हैं। इस्राएल और उसके आस-पास के देशों में भी लगातार संघर्ष हो रहे हैं, जो बाइबल में बताए गए अंत समय के संकेतों से मेल खाते हैं।
2. **प्राकृतिक आपदाएँ**
भूकंप, तूफान, और अन्य प्राकृतिक आपदाएँ अधिक बार और गंभीर हो रही हैं। ये सब संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि बाइबल में लिखे गए अंतिम समय के संकेत पूरा हो रहे हैं।
3. **समाज में नैतिकता का पतन**
समाज में नैतिकता का पतन और धर्मत्याग बढ़ता जा रहा है। लोग स्वार्थी और अधर्मी होते जा रहे हैं, जैसा कि बाइबल में लिखा गया है।
4. **इस्राएल का पुनःस्थापन और मध्यपूर्व में तनाव**
इस्राएल का पुनःस्थापन और मध्यपूर्व में लगातार तनाव बाइबल के भविष्यवाणियों के अनुसार है। इस्राएल और उसके पड़ोसी देशों के बीच तनाव और युद्ध की स्थिति लगातार बनी हुई है, जो अंत समय के संकेतों का हिस्सा है।
#### **निष्कर्ष:**
आज के समय की घटनाएँ बाइबल में बताए गए अंत समय के संकेतों से मेल खाती हैं। युद्ध, प्राकृतिक आपदाएँ, नैतिक पतन, और इस्राएल के पुनःस्थापन जैसे घटनाएँ यह स्पष्ट करती हैं कि परमेश्वर का आगमन निकट है। हमें अपने जीवन में सत्य और धार्मिकता का पालन करना चाहिए और परमेश्वर के आगमन की तैयारी करनी चाहिए।
**बाइबल वचन:**
"इसलिये जागते रहो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि तुम्हारा प्रभु किस दिन आएगा।" (मत्ती 24:42)