दीपक है मेरी राहों का तेरा वचन
दीपक है मेरी राहों का तेरा वचन उजियाला है निगाहों का तेरा वचन तू आस है विश्वास है तेरी महोब्बत खास है तुझ तक ले आती है खुदा जिसको तेरी लगन दीपक 1) . मैं कुछ नहीं जो कुछ भी हूं तेरी दया से, परदे हटे मेरी आंखो से तेरी दया से तेरे नाम में जीना आया बुरे कामों का छूटा साया मन हो गया अब तो मसीह तुझ में मगन दीपक है मेरी राहों का......... 2. झूठे ख्यालों की दुनियां में दौड़ता था मैं, मिलनी कहां मुझे मंजिल थी ना छोड़ता था मैं हाथ थाम लिया येशु ने जब ज़िंदगी ने मारी पलटी तब खुशियां भरी मेरी झोली में टूटे बंधन दीपक है मेरी राहों का ....... 3.) ऐसी मिली ताक़त तेरी दिल जान गया, येशु मसीहा ही ख़ुदा पहचान गया वो आद है वो अन्त है उससे जीवन अंनत है, रुहे खुदा की भर गई मुझ में अगन दीपक है मेरी राहों का........