lyrics :
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका... (3)
सब उसकी तारीफे गाओ... (3)
आओ उसके हुज़ूर मे आओ...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका... (2)
नाम-ऐ-मुक्कदस, पाक यहोवा है...
उसको जो चाहता है, शादमान होता है...
ओ... नाम-ऐ-मुक्कदस, पाक यहोवा है...
उसको जो चाहता है, शादमान होता है...
दीदार उसका... जब रूह को होता है...
खुशियो से भरता है, कुवत वो देता है
है उसके काम निराले... (2)
है उसका प्यार अनोखा...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका... (2)
वो ही खुदवंद है, खुदा वो हमारा है...
हाथो से अपने उसने, सब कुछ बनाया है...
(2)
अपने इरादो को, वो याद रखता है
और अपने वादो को...पूरा वो करता है
उसने जो भी फरमाया... (2)
वो करके है दिखलाया...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका...
हो... शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका...
मोजज़े दिखाए अपने, लोगो को बचाया...
तोड के ज़ंजीरे, उसने छुडाया...
(2)
धूप के मारो पे, बादल को फैलाया
आग दी अंधेरो मे, रोशनी को चमकाया
उसने चट्टान को चीरा... (2)
फूटा पानी का जरना...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका... (2)
सब उसकी तारीफे गाओ... (3)
आओ उसके हुज़ूर मे आओ...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका... (2)
ओ... शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका...
शुक्र करो रब का... वो जो मलिक है सबका...