येशु मैं तेरी बारगाहों में, भजन करूं जशन करूं
मन को चैन मिले, दिल में चैन खिले
मैं हम्द करूं (2)
1) एक दिन रहना तेरी बारगाहों में, हज़ार दिनों से भला है
दरबान बनना खुदाया तेरे घर में, पाप के खेमों से भला है
हां ये भला है, खूब भला है
सबसे भला है, सबसे भला है
2) मुबारक बशर जो घर तेरे रहता है, भरपुर बल पायेगा
दुख की तराई में जाएगा भी कहीं, चश्मे वहां बहेगा
चश्मे रिहाई चश्मे चंगाई
चश्मे भलाई चस्मे दनाई
3) फरियाद करता खुदाया मेरी सुन ले, दूर ना तुझसे मैं जाऊं
हर पल रहके मैं तेरी बारगाहों में, संग सराफिमो के गाऊं
गीत मै गाऊं, हम्द गाऊं
संग साराफिमो के मिलके में गाऊं
येशु मैं तेरी..