Lyrics
क्या फूल चढ़ाऊ मै
प्रभु के चरणों मैं
कंहा कैसे क्या उपहार दू
ये समझ ना पाऊ
मुझे बता दे प्यारे प्रभु
क्या पसंद है मेरे प्रभु
उसे तोड़ लाऊ तेरे लिए
उसे चून लाऊ तेरे लिए....
मेरा ये जीवन तुझपे समर्पण
करती हू मै प्रभु तेरे लिए
उसे तोड़ लाऊ तेरे लिए
उसे चून लाऊ तेरे लिए....
रोटी और दाखरस प्रभू कों अर्पण
ग्रहण कर ले पावन बना दे.... २
उसे तोड़ लाऊ तेरे लिए
उसे चून लाऊ तेरे लिए....
थाली मै फोल फूल लाए है हम
प्रभु के चरण मैं
उसे तोड़ लाऊ तेरे लिए
उसे चून लाऊ तेरे लिए....
क्या फूल चढ़ाऊ मै
प्रभु के चरणों मे
कंहा कैसे क्या उपहार दू
ये समझ ना पाऊ....
मुझे बता दे प्यारे प्रभु
क्या पसंद है मेरे प्रभु
उसे तोड़ लाऊ तेरे लिए
उसे चून लाऊ तेरे लिए....